किसी भी जानकारी के लिए ‘गूगल करलो’ शब्द हर किसी की जुबान पर चढ़ चुका है. सबसे बड़े सर्च इंजन के रूप में सामने आए गूगल का आज 21वां जन्मदिन है. इस मौके पर गूगल ने एक खास डूडल बनाकर खुद को शुभकामना दी है.
गूगल सर्च इंजन की स्थापना दो पीएचडी छात्रों द्वारा की गयी थी. लैरी पेज और सरजी ब्रिन ने 1998 में इसकी स्थापना की, तब वह दोनों कैलीफोर्निया के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में छात्र थे. यह वह समय था जब वर्ल्ड वाइड वेब अपनी प्रारंभिक अवस्था में ही था.
इस सर्च इंजन को बनाने के पीछे पेज और ब्रिन का मकसद था कि दुनिया की सभी जानकारियों को व्यवस्थित कर इसे आसान तरह से उपयोगी बनाना. जैसे-जैसे गूगल ने लोगों के बीच अपनी पैठ बनाई तो याहू और आस्क जीव जैसे सर्च इंजन पीछे छूट गए.
21 साल पूरे होने पर गूगल ने डूडल जारी करते हुए लिखा कि 21 साल पहले स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो पीएचडी छात्र सरजी ब्रिन और लैरी पेज ने बड़े तौर पर सर्च इंजन पर एक पेपर पब्लिश किया था.
आज गूगल दुनिया भर की 100 भाषाओँ में काम कर रहा है. साल में अरबों सवालों के जवाब खोजता है. इतना तो कहा ही जा सकता है कि इसका फलक बड़ा है. 21वां जन्मदिन मुबारक गूगल.