महाराष्ट्र में बीते एक महीने से चल रहे सियासी ड्रामे का फिल्मी स्टाइल में ही समापन हो रहा है. फिल्म जगत की दुनिया कहे जाने वाले महाराष्ट्र में शुक्रवार की रात से लेकर कल तक की कहानी किसी सुपरहिट फिल्म के जैसी है. सस्पेंस, ड्रामा, धोखा, घर वापसी जैसे सभी मौके देखने को मिले.
चाचा भतीजे के अलग होने के बाद शुरू हुई इस पिक्चर अंत में चाचा भतीजा फिर एक हो गए और फिल्म लगभग समाप्त हो गई. अब जहां चाचा हैं वहीं भतीजा है. अजीत पवार की घर वापसी के बाद अब चर्चा है कि एनसीपी की तरफ से उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
अगर ऐसा होता है तो अजित पवार एक सप्ताह में दोबारा उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेते दिखाई पड़ेंगे. एनसीपी सूत्रों के हवाले से खबर है कि कल अजित पवार और शरद पवार के बीच हुई मुलाकात के बाद सारे गिले शिकवे मिट गए हैं. अजित पवार को फिर से वही दर्जा मिलेगा जो पहले था.
इसकी बानगी आज सुबह देखने को मिली जब विधान भवन में शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने गेट पर ही अपने चचेरे भाई अजित पवार को गले लगा लिया. इससे ये संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि एनसीपी में सबकुछ ठीक है.
अजित पवार ने भी कहा कि मैं एनसीपी में था और अब भी हूं. मैनें पार्टी कभी नहीं छोड़ी. इससे पहले सूत्रों के मुताबिक खबर थी कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार में दो डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे. एक डिप्टी सीएम कांग्रेस का होगा और दूसरा एनसीपी का बनेगा. कांग्रेस की तरफ से बाला साहेब थोराट और एनसीपी के जयंत पाटिल को डिप्टी सीएम बनाए जाने की खबरें थीं.