लोकसभा चुनाव के बाद टू’टे सपा-बसपा गठबंधन के बाद कई बसपा नेताओं ने सपा का दामन थामा है. ये सिलसिला अभी भी जारी है. बहुजन समाज पार्टी के तीन बड़े नेताओं ने अब बसपा का दामन छोड़ सपा का दामन थामा है. विधानसभा उपचुनाव के बाद बसपा सुप्रीमों के लिए ये एक बड़ा झटका है.
इन नेताओं के सपा में जाने से आजमगढ़ में बसपा की मुश्किलें बढ़ेंगी. लोकसभा चुनाव सपा-बसपा ने साथ में ल’ड़ा था. दोनों ने आजमगढ़ में बीजेपी का सूपड़ा साफ़ किया था. आजमगढ़ से जहां अखिलेश यादव जीते थे तो वहीं लालगंज सीट बसपा को मिली थी.
बसपा के अलावा कम्युनिस्ट पार्टी को भी झटका लगा है. वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक रामजग सपा में शामिल हुए हैं. जबकि बसपा की पूर्व नेता और कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश उपाध्यक्ष सिंगारी गौतम, बसपा नेता श्यामदेव चौहान सहित दर्जन भर लोगों सपा में शामिल हुए. अखिलेश यादव की मौजूदगी में इन नेताओं ने पार्टी को ज्वाइन किया.
पूर्व विधायक रामजग ने कहा कि देश में साम्प्रदायिक व पूंजीवादी ताकतें ध’र्म की आड़ में पिछड़े, दलितों, अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकार को छीनने की कोशिश कर रही है. आरक्षण, बेरोजगारी, मंहगाई नियंत्रण में सरकार फेल है. पिछड़े व दलितों की छात्रवृत्ति समाप्त कर सरकार ने बता दिया है कि वह गरीबों की दुश्मन है.