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यूपी के एटा से बसपा सुप्रीमो मायावती को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि यहां की पूरी कार्यकारिणी ईकाई ने पार्टी प्रमुख को सामूहिक इस्तीफे सौंप दिया था. सामूहिक रुप से पार्टी द्वारा इस्तीफा देने वाले बसपा नेताओं का मानना है कि वह पार्टी नीतियों और पार्टी नेताओं के रीति से मेल नहीं खा पा रही है, इसलिए वह सामूहिक रुप से इस्तीफा देने के लिए बाध्य हैं.

हालांकि इस मामले में बसपा के जिलाध्यक्ष का मानना कुछ और ही है, उनका मानना है कि ये नेता संगठन विरोधी कार्यों में लिप्त हैं. बता दें कि बसपा नेताओं की बैठक जिला उपाध्यक्ष रंजीत सिंह यादव के आवास पर हुई, जिसकी अध्यक्षता पूर्व जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी तहसीलदार सिंह ने की.

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इस दौरान इस पार्टी में लगभग 1 दर्जन से अधिक नेताओं ने शिरकत की. बैठक में पार्टी की गलत और दिशाहीन नीतियों के कारण सामूहिक इस्तीफे को देने की पेशकस की गई, जिसमें सभी लोग राजी हो गए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये सभी नेता समाजवादी पार्टी में जा सकते हैं. इनकी एक वरिष्ठ सपा नेता के साथ बातचीत जारी है. जल्द ही सभी सपा में शामिल हो सकते हैं.

बैठक में इस्तीफा देने वालों में से पूर्व जिलाध्यक्ष तहसीलदार सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी अनिल कुमार सागर, जिला उपाध्यक्ष रंजीत सिंह यादव, पूर्व मंडल जोन इंचार्ज शिवराज सिंह यादव, पूर्व जिला महासचिव विनय दिवाकर, इरसाद अहमद, पूर्व जिला कोषाध्यक्ष नवीन बघेल, पूर्व जिला प्रभारी भोजराज सिंह, मारहरा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष देवेंद्र सिंह शामिल रहें. ये लोग जल्द ही समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं.

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