उत्तर प्रदेश की प्रमुख राजनैतिक पार्टी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अब जल्द ही अपनी पार्टी का विस्तार यूपी के अलावा अन्य राज्यों में करने जा रहे हैं. इसके लिए जल्द ही वो एक अभियान चलाएंगे. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सपा के दो उम्मीदवारों की जीत से उत्साहित अखिलेश यादव की नजरें अब यूपी के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड पर टिक गई है.
उत्तराखंड से आए प्रमुख नेताओं से मुलाकात के दौरान सपा मुखिया ने कहा कि सीमावर्ती राज्य में पर्यावरण और नदियों में प्रदूषण की बड़ी समस्या है. शिक्षा क्षेत्र में अव्यवस्था है, स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई हैं, कृषि क्षेत्र की उपेक्षा से सेब के उत्पादक किसान परेशान है. गांव खाली होते जा रहे हैं, पलायन का संकट है, महिलाएं असुरक्षित हैं.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि पहाड़ की समस्याएं पहाड़ जैसी हैं. भाजपा सरकार की इनके समाधान में कोई दिलचस्पी नहीं है. भाजपा राज में सिर्फ उद्योगपतियों की पूछ है.

भ्रष्टाचार और अपराधों पर कोई रोक नहीं है, बेरोजगारी से नौजवान परेशान है, नौटबंदी से अर्थव्यवस्था चैपट है, छोटे उद्योगधंधे बंदी के कगार पर है. समाजवादी पार्टी जनता को भाजपा की सच्चाई से अवगत कराने के लिए अभियान चलाएगी. उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में समाजवादी सरकार की भूमिका रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने उत्तराखण्ड की जनता को निराश किया है. वे बस कुर्सी दौड़ खेलते रहे हैं. समाजवादी पार्टी राजनीति में वैचारिक विकल्प है जो विकास की बात करती है. भाजपा सिर्फ निरर्थक मुद्दों को उठाती है और नफरत तथा समाज में बंटवारे की राजनीति करती है. उत्तराखण्ड के सवालों पर समाजवादी पार्टी संवेदनशील है.
अखिलेश ने कहा कि उत्तराखण्ड की पिथौरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के श्री मनोज कुमार भट्ट उम्मीदवार होंगे.
सपा मुखिया से मिलने वाले नेताओं में डाॅ0 एस.एन. सचान, प्रो0 आर.के. पाठक, सुरेश परिहार एडवोकेट, हुसैन अहमद, अतुल शर्मा, शोएब अहमद, रमेश गौड़, सुभाष पंवार, रमेश बिष्ट, मदन सान्याल, अशोक ग्रोवर, अवतार सिंह, श्रीमती हेमा बोरा, एस.के. राम, संजय सिंह, अरविन्द यादव, महेश नेगी, राजपाल यादव, नरेन्द्र गुर्जर, नंदन सिंह बोरा आदि प्रमुख थे.