
यूपी पावर कार्पोरेशन में भविष्य निधि में हुए घोटाले को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लगातार इस मामले को लेकर सरकार को घेरे हुए है. अखिलेश यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि डिफाल्टर कंपनी डीएचएफसीएल कंपनी से 20 करोड़ रुपये चंदा लेने वाली भाजपा बताए कि ये रिश्ता क्या कहलाता है. बिजली कर्मियों के हक का पैसा डिफाल्टर कंपनी में लगाने के पीछे की मेहरबानी के पीछे का क्या रहस्य है?
उधर यूपी पावर कारपोरेशन में भविष्य निधि में हुए घोटाले को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी पर योगी सरकार में तत्कालीन उर्जा मंत्री श्रीकांत ने पलटवार किया और कहा कि इसकी नींव तो अखिलेश के राज में ही रख दी गई थी.
कहा कि सपा सरकार में 21 अप्रैल 2014 को गड़बड़ी की शुरुआत और जब 17 मार्च 2017 को जब दीवान फाइनेंस कार्पोरेशन लिमिटेड में जब रकम का निवेश शुरु हुआ तो उस समय मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अखिलेश यादव थे.
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस महामचिव प्रियंका गांधी को घेरते हुए प्रेस कांफ्रेस में कहा कि उनको अपनी सरकार के समय हुए घोटालों के बारे में नहीं भूलना चाहिए. अखिलेश को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरे के घर पर पत्थर नहीं फेंका करते. कहा कि वे बिना किसी भी सबूत के योगी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं जोकि सरासर गलत है.