पंचायत चुनाव में सक्रिय भूमिका नहीं निभाने से खफा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के 11 जिलाध्यक्षों को उनके पद से मुक्त कर दिया है. इस बारे में जानकारी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की ओर से विज्ञप्ति जारी कर दी गई. पदमुक्त किए जाने वाले जिलाध्यक्षों में गोंडा, झांसी, गोरखपुर, मुरादाबाद, आगरा, मऊ, गौतमबुद्धनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही और ललिलतुर के जिलाध्यक्ष शामिल हैं.
पार्टी सूत्रों ने शनिवार को इस बारे में बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर जिलाध्यक्षों के खिलाफ बर्खास्तगी की बड़ी कार्रवाई की गई है. हटाए गए जिलाधिकारियों का आरोप है कि उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की नामांकन प्रक्रिया में उदासीनता बरती जिससे पार्टी को प्रत्यक्ष रुप से नुकसान पहुंचा है जिस कारण उन जिलाध्यक्षों को उनके पद से मुक्त किया गया है.
गौरतलब है कि राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए शनिवार यानि 26 जून को नामांकन दाखिल करने की तारीख को तय किया था.
प्रदेश के विभिन्न जिलों से मिली खबर के मुताबिक बीजेपी, समाजवादी पार्टी, अपना दल(एस), और रालोद के प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया है. राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक 17 जिलों में एक ही प्रत्याशी का नामांकन वैध पाया गया है इस प्रकार इन जिलों के उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचित होना तय माना जा रहा है.