भीम आर्मी प्रमुख करीब दो महीने जेल में का’टने के बाद बाहर आए हैं. बाहर आते ही उन्होंने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. दिल्ली में रविदास मं’दिर तो’ड़े जाने के बाद काफी वि’रोध प्रदर्शन हुआ था. जिसमें भीम आर्मी भी शामिल थी. भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार कर लिया गया था.
चंद्रशेखर हाल ही में मायावती को पत्र लिखकर समर्थन मांग चुके हैं. हालांकि बसपा प्रमुख मायवती ने अस्वीकार कर दिया था. चंद्रशेखर ने बीजेपी सरकार के खिलाफ मिलकर लड़’ने का प्रस्ताव भेजा था.
द क्विंट को दिए इन्टरव्यू में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने कहा कि अभी जो राजनीतिक स्थिति है वो काफी ख़राब है. इसलिए अगर इस मूवमेंट को बचाने के लिए उन्हें मायावती के पैरों में 1 लाख बार भी झुकना पड़ेगा तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. क्योंकि मेरे लिए व्यक्तिगत स्वार्थ और स्वाभाव से ज्यादा मायने मूवमेंट रखता है.
उन्होंने कहा कि अगर हम साथ आए तो मोदी सरकार नहीं चलेगी. इससे पहले चंद्रशेखर मायवती को प्रधानमंत्री के रूप में देखने की इच्छा भी जता चुके हैं. वहीं दूसरी ओर मायावती चंद्रशेखर को बीजेपी का कठपुतली बताती हैं.
गौरतलब है कि सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद तुगलकाबाद के जंगल की जमीन पर बने मं’दिर को डीडीए ने तो’ड़ दिया था. जिसके बाद 21 अगस्त को दिल्ली में दलित समाज ने रविदास मं’दिर तो’ड़े जाने के वि’रोध में प्रदर्शन किया था. जबकि 22 अक्टूबर को सुप्रीमकोर्ट ने केंद्र को उसी जगह पर फिर से मं’दिर बनाने का आदेश दिया है.