उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भले ही काफी समय बाकी हो मगर यहां की सियासत में अभी से हलचल तेज होने लगी है. यूपी चुनाव से पहले नेताओं के दल बदल का सिलसिला शुरू हो गया है. समाजवादी पार्टी में लगातार नेता शामिल हो रहे हैं.
रविवार को सपा कार्यालय में अखिलेश यादव की मौजूदगी में बसपा के कई बड़े नेताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया. सपा में शामिल होने वाले नेताओं ने कहा कि साल 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव की सरकार बनेगी.
आज जिन नेताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थामा है उनमें राकेश बाबू एडवोकेट पूर्व विधायक टूण्डला, प्रमोद कुमार पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष फिरोजाबाद है. इनके अतिरिक्त टूण्डला के ही पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुजीत बाल्मीकि, पूर्व सांसद रघुनाथ वर्मा के दोहते अश्विनी वर्मा, भीकनपुर के रवीन्द्र लोधी एडवोकेट एवं राधेश्याम कश्यप तथा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष टूण्डला श्री वीरेन्द्र ओझा भी बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.
इसके अलावा बसपा के पूर्व प्रत्याशी लोकसभा गौतमबुद्धनगर मनोज कुमार गौतम के साथ रंजीत सिंह पूर्व सदस्य एससी-एसटी आयोग भारत सरकार, दिवाकर गौतम कोआर्डिनेटर अलीगढ़-आगरा मण्डल, गुरदीप सिंह पूर्व जिलाध्यक्ष गुफरान कुरैशी पूर्व जिला महासचिव, बुलन्दशहर तथा कांग्रेस के पूर्व जिला सचिव साजिद सैफी भी आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर यूथ ब्रिगेड के संस्थापक श्री प्रेम नारायण सिंह पाल कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए है. उनके साथ राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी, बुन्देलखण्ड के पदाधिकारी, संगठन कोर कमेटी, जिला प्रभारीगण सहित प्रदेश के 42 जनपदों के जिलाध्यक्ष भी बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के सदस्य बन गए हैं.