
यूपी में होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासत समय दर समय करवट बदलती हुई दिखाई दे रही है. प्रदेश में विपक्षी दल के नेता, पदाधिकारी व दिग्गजों की लापरवाही पर कड़ा एक्शन लेने से कोई संकोच नहीं कर रहे हैं.
इसी श्रेणी में बसपा सुप्रीमों मायावती ने बसपा से घाटमपुर के विधायक रहें आरपी कुशवाहा व कानपुर नगर अध्यक्ष रहें सुरेंद्र कुशवाहा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. मायावती के इस फैसले से पार्टी पदाधिकारियों में हड़’कंप मचा हुआ है.

गौरतलब है कि बाहर किए गए दोनों ही नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों से संलिप्त रहने का आरोप है. गत गुरुवा को ही दोनों नेताओं पर ए’क्शन लिया गया था. बसपा जिलाध्यक्ष रामशंकर कुरील ने नेताओं के पार्टी से बाहर होने की सूची जारी की. हालांकि पार्टी से बाहर हुए नेताओं ने बसपा सुप्रीमों ने एक दिन पहले से इस्तीफा देने की बात कही थी.
देखा जाए इस समय बसपा के कई नेता पार्टी को छोड़ चुके है. लगातार बसपा को झटके पर झटके लग रहे हैं. वहीं मायावती भी जो अनु’शासन विरोधी का’र्यों में सं’लिप्त है. उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. डा. लोहिया की पुण्यतिथि पर बइराइच के महसी विधानसभा से बसपा के विधायक रहें के.के. ओझा ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.