भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद अशोक सिंह के पुत्र मनीष सिंह अपने समर्थकों समेत बसपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गएं. उन्होंने रायबरेली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की मौजूदगी में बसपा के दामन को छोड़कर कांग्रेस के हाथ के दामन को थाम लिया.
पिछले काफी दिनों से इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि अदिति सिंह के भाई मनीष सिंह बसपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
मनीष सिंह ने साल 2017 में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, इस दौरान वह भाजपा प्रत्याशी से चुनाव हार गए थे. सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि अदिति सिंह कांग्रेस को छोड़़ सकती हैं, इसी के नाते कांग्रेस मीनष सिंह को रायबरेली में बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने का मन बना लिया है.
रायबरेली के सियासी माहौल को भांपते रहुए मनीष सिंह बसपा को छोड़कर कांग्रेस में घरवापसी की है. कांग्रेस में घरवापसी कर रहे मनीष सिंह ने कहा कि कि वह प्रियंका गांधी के कामों से प्रभावित हैं, इसलिए उन्होंने इस तरह के फैसलें को उठाया है.
वह एक बतौर कार्यकर्ता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं. पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देंगी, उसका वह पूर्ण कर्तब्यनिष्ठा के साथ पालन करेंगें.