कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हाल ही में कार्रवाई करते हुए यूपी कांग्रेस से 10 नेताओं को निलंबित किया था. अब इन्हीं नेताओं ने प्रियंका गांधी के खिलाफ आवाज उठाई है. इनका आरोप है कि प्रदेश प्रभारी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में उनको निशाना बनाया जा रहा है.

खबर के मुताबिक नेताओं ने ध’मकी दी है कि अगर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मामले में दखल नहीं दी तो वे असली कांग्रेस को फ’र्जी कांग्रेस से बचाने के लिए प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे.

हालांकि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय कुमार लल्लू का कहना है कि निलंबित किए गए नेता हाईकमान के फैसले के खिलाफ जा रहे थे. निलंबित हुए नेताओं में से एक संतोष सिंह पार्टी की टिकट से सांसद रह चुके हैं.

संतोष सिंह ने बताया, ‘हमने गांधी-नेहरु परिवार के सदस्यों से एसपीजी सुरक्षा छीने जाने के फैसले पर चर्चा की. कुछ सदस्यों की राय थी कि पुराने कांग्रेसियों को नजरअंदाज किया जा रहा है और उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी जा रही है.’

सिंह ने कहा कि हमने 23 नवंबर को अखबारों में पढ़ा कि पार्टी की प्रदेश अनुशासन समिति की ओर से हमें नोटिस जारी कर पार्टी विरोधी गतिविधियों पर सफाई देने के लिए कहा गया है. 25 नवंबर को हमने पढ़ा कि हमारे जवाब संतोषजनक न होने की वजह से हमें सस्पेंड कर दिया गया है.

पूर्व विधायक राम कृष्ण द्विवेदी ने कहा कि यह फैसला पार्टी के संविधान के खिलाफ है. कांग्रेस के संविधान के सेक्शन 19ए में कहा गया है कि सिर्फ ऑल इंडिया कांग्रेस कम्गेती की अनुशासन समिति ही किसी एआईसीसी मेंबर के खिलाफ ऐसे फैसले ले सकती है. इससे पहले उन्हें जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया जाएगा.

राम कृष्ण ने कहा कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तत्काल दखल दें वर्ना हम फर्जी कांग्रेस लीडरशिप के खिलाफ ल’ड़ाई ल’ड़ेंगे. जिसने असली कांग्रेसियों को सस्पेंड किया है.

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