
कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री वैजनाथ पाटिल का शनिवार सुबह 82 साल की उम्र में नि’धन हो गया. पाटिल काफी समय से बीमार चल रहे थे, उनका इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाटिल का अंतिम संस्कार रविवार को उनके पैतृक आवास चिंचोली में किया जाएगा. उनके नि’धन की खबर से समूची कांग्रेस में को’ह’राम मच गया है.
कर्नाटक की राजनीति के दिग्गज नेता वैजनाथ पाटिल साल 1984 में तत्कालीन रामकृष्ण हंगड़े की कैबिनेट में बगवानी मंत्री के पद को संभाला था.

इसके बाद 1994 में एचडी देवगौड़ा सरकार में शहरी विकास विभाग के दायित्व को संभाला था. कर्नाटक के बीदर में रहने वाले वैजनाथ पाटिल, कुछ समय कलाबुरागी जिले के चिंचोली तालुक में जाकर बस गए थे.
पूर्व मंत्री आंदोलनों में सक्रियता निभाते थे. वे आंदोलन में सबसे आगे रहा करते थे, इसके लिए अगर उनको किसी भी चीज की आहुति देनी पड़ी तो उससे भी वह नहीं हिचकिचाते थे. वे अपने क्षेत्र में किसी भी अन्याय के बारे में बात करने से नहीं हिचकिचाते थे. एक बार उन्होंने इसी के चलते मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया दिया था. कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं ने उनके नि’धन पर शोक व्यक्त किया है.