कानपुर के बिकरू कांड के आरोपी और विकास दुबे के साथी धर्मेंद्र उर्फ धीरू दुबे ने पुलिस और एसटीएफ को चकमा देकर अदालत में सरेंडर कर दिया. धीरू दुबे बिकरू गांव की घटना के बाद से फरार चल रहा था, पुलिस ने उसपर एक लाख का ईनाम रखा था.
धीरू दुबे के कानपुर देहात कोर्ट में सरेंडर करने की खबर जैसे ही पुलिस को लगी पुलिस सीधे अदालत पहुंच गई. इस दौरान पुलिस की वकीलों से झड़प भी हो गई. अदालत परिसर में एसटीएफ के आने से नाराज वकीलों ने सीजेएम से शिकायत दर्ज कराई है. धीरू दुबे पर आरोप है कि वो बिकरू गांव में हुई घटना में मौजूद था.
पुलिस ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी मगर वो पुलिस के हत्थे नहीं लगा. आज उसने बेहद नाटकीय अंदाज में कानपुर की अदालत में सरेंडर कर दिया.
धीरू दुबे वकील के भेष में स्पेशल जज दस्यु प्रभावित न्यायालय में पहुंचा और सरेंडर कर दिया, अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
बता दें कि 2-3 जुलाई की रात जब बिकरू गांव में पुलिस विकास दुबे को पकड़ने पहुंची थी तो विकास और उसके साथियों ने पुलिस को घेर लिया और उसपर गोलीबारी कर दी. इस घटना में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे.