केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलित हैं. पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली सीमा पर डटे हुए हैं, यूपी के भी किसान यूपी गेट पर डेरा जमाए हुए हैं. अब किसानों के आंदोलन को कई विपक्षी दलों के अलावा पूर्व सैनिकों का भी समर्थन मिल गया है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व सैनिकों ने किसान आंदोलन का खुलकर समर्थन करने का एलान करने के बाद दिल्ली कूच कर दिया है. पूर्व मेजर हिंमांशू का कहना है कि मोदी सरकार को इन कानूनों को तत्काल रद्द कर देना चाहिए. सरकार किसानों से इस तरह से पेश जा रही है जैसे किसी दुश्मन देश ने आक्रमण कर दिया हो.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से ये कानून संसद में बिना बहस के पास करवाए गए उससे किसानों के मन में शक बैठ गया है. मेजर हिमांशू ने कहा कि हमें सरकार की नीयत पर शक है. हम ऐसी नीयत और कानून का क्या करें जो किसानों के लिए बदहाली ला रहा है.
उन्होंने कहा कि गन्ने के नए सत्र की पेराई शुरू हो गई है और अभी तक पुराने सत्र का भुगतान नहीं हो पाया. पूर्व सैनिक ने कहा कि सरकार को किसानों की बात को सुनना चाहिए और उनकी मांगों को मान लेना चाहिए.