गुरूवार को समाजवादी पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश के 15 जिलों के जिलाध्यक्षों की नई सूची जारी कर दी गई थी. इस सूची में तमाम नाम चौकाने वाले भी थे. अखिलेश ने जिलों में जिन नेताओं की तैनाती की उनमें उनके और चाचा रामगोपाल यादव के करीबी नेताओं का नाम आगे है.
कल जारी हुई सूची में समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाने वाले इटावा जिले की कमान गोपाल यादव को दी गई है. गोपाल यादव अखिलेश के चाचा और सपा महासचिव रामगोपाल यादव के करीबी माने जाते हैं. इससे पहले यहां की कमान सुनील यादव के हाथ में थी, सुनील प्रसपा मुखिया शिवपाल के करीबी माने जाते हैं.
शायद यही वजह है कि उनकी जगह गोपाल यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया है. नई जिम्मेदारी मिलने के बाद गोपाल यादव ने पार्टी मुखिया अखिलेश यादव और महासचिव रामगोपाल यादव का आभार जताते हुए कहा कि पार्टी ने मुझपर जो भरोसा दिखाया है और मुझे जो जिम्मेदारी दी है मैं उसे पूरी मेहनत और लगन के साथ पूरा करने का प्रयास करूंगा.
बता दें कि साल 2012 में अखिलेश सरकार के दौरान गोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया था. उनपर नगर पालिका चुनाव के दौरान कुलदीप गुप्ता की मदद करने का आरोप लगा था.
हालांकि रामगोपाल यादव का करीबी होने के नाते उनकी जल्द ही पार्टी में वापसी हो गई थी. गोपाल यादव के नेतृत्व में सपा ने इटावा और भरथना नगरपालिका क्षेत्र में जीत का परचम लहराया था.