भारत के 50वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2019 का समापन हो गया. समापन समारोह में राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने अपने संवोधन में देश में बढ़ती बेरोजगारी और गरीबी पर चिंता जाहिर की.
अपने संबोधन में सत्यपाल मलिक ने कहा, ‘हिंदुस्तान में सिर्फ वो नहीं हो रहा है जो दिखाया जा रहा है. बहुत कुछ हो रहा है जो दिख नहीं रहा है. हिन्दुस्तान में अभी भी गुबरत है. बेरोजगारी है.’
उन्होंने कहा, ‘शहरों में बैगपैक लटकाए हजारों लड़के रोजी-रोटी की तलाश में भटकते दिख जाएंगे. उनको हम कोई बढ़िया नौकरी गारंटी नहीं कर सकते. किसानों की हालत भी ऐसी है. जवानों का तो मैं देख कर आया हूं. यहां पर बैठ कर सब बातें करते हैं कि हम जवानों के लिए ये हैं वो है.’
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा, ‘आपके देश में तो ऐसे-ऐसे लोग हैं जिनके पास 14-14 मंजिल के मकान हैं. एक मंजिल में कुत्ता रहता है, एक में ड्राईवर रहता है और एक में कोई और.. लेकिन एक पैसा भी चैरिटी नहीं करते हैं हिंदुस्तान की फ़ौज के लिए.’
उन्होंने कहा, ‘दुनिया के सब बड़े लोग चाहे वो लार्ड गिल्ड हों, म्यूजिक के लोग हों, माइक्रोसॉफ्ट वाले हों सब लोग अपनी आमदनी का बड़ा हिस्सा चैरिटी करते हैं, लेकिन हमारे यहां का जो अमीर है, मैं उसको इंसान नहीं मानता, मैं उसको सड़े आलू की बोरी मानता हूं. जिसकी जेब से एक पैसा भी नहीं निकलता है. मैं अपने फिल्मकारों से भी कहना चाहता हूं कि समाज के इस वर्ग के उपर भी थोड़ा ध्यान दें.’