पति और पत्नी दोनों की नसबंदी होने के बाद जब पत्नी गर्भवती हो गई तो पति के होश उड़ गए. जैसे-जैसे पत्नी ने उस बच्चे को जन्म दिया. बच्चे के जन्म के बाद दंपति ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ उपभोक्ता फोरम में मामला दर्ज करवा दिया है.
मामला झारखंड के गढ़वा जिले का है जहां स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. मामला खुलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है. हुआ कुछ यूं कि गढ़वा के मेराल प्रखंड के दिलबोध टोला निवासी 36 वर्षीय रशीदा बीबी नाम की महिला ने 17 जनवरी 2013 को नसबंदी करवाई थी.
इसके दो साल बाद उसके पति सज्जाद अंसारी ने भी नसबंदी करवा ली. पति और पत्नी दोनों की नसबंदी के बाद वो महिला गर्भवती हो गई और 30 अक्टूबर 2017 को उसने एक बच्चे को जन्म भी दे दिया. नसबंदी के बाद बच्चे के पैदा होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई और मुआवजे के लिए आवेदन भी किया गया.
लंबे समय तक मुआवजा न मिलने के बाद अब उपभोक्ता फोरम में मामला दर्ज करवाया गया है. गढ़वा के सर्जन एनके रजक ने कहा है कि अगर नसबंदी के बावजूद महिला को बच्चा हुआ है तो सरकारी प्रावधान के अनुसार महिला को मुआवजा दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अब तक मुआवजा क्यों नहीं दिया गया है इसकी जांच कराई जाएगी और जल्द ही उस महिला को मुआवजा दिया जाएगा.