अमर सिंह के निधन से उत्तर प्रदेश से खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए बीजेपी ने अपनी रणनीति बदली है. नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन एक और बीजेपी नेता ने नामांकन दाखिल किया है. जबकि घोषित प्रत्याशी जफर इस्लाम पहले ही नामांकन कर चुके हैं.
उत्तर प्रदेश बीजेपी के महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने अंतिम दिन दो सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. मंगलवार को नामांकन की अंतिम तिथि थी. जबकि चार सितम्बर को नाम वापसी की तिथि है. इस दिन दोनों में से किसी एक व्यक्ति को नाम वापस लेना होगा.
गोविंद नारायण शुक्ल पार्टी के पुराने नेता हैं. वे अमेठी से आते हैं. माना जा रहा है पार्टी ने ये फैसला उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण पॉलिटिक्स को लेकर उठाया है. जबकि बिहार विधानसभा चुनाव और जफर इल्साम के काम करने के तरीके को देखते हुए बीजेपी ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया.
जफ़र इस्लाम ने 29 अगस्त को नामांकन दाखिल किया था. हालांकि वह स्वास्थ्य कारणों के चलते नामांकन दाखिल करने के लिए लखनऊ नहीं आ पाए थे. उनके प्रतिनिधि के रूप में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने नामांकन दाखिल किया था.
जफ़र बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मीडिया के लिए जाना-माना चेहरा हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस से बीजेपी में लाने के पीछे उनकी भी अहम भूमिका मानी जाती है. राजनीति में कदम रखने से पहले जफ़र एक विदेशी बैंक के लिए काम करते थे.