महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से बीजेपी और उसकी सहयोगी शिवसेना के बीच शुरू हुआ सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों दल अपने अपने रूख पर अड़े हुए हैं. शिवसेना बीजेपी को 50-50 फार्मूले की याद दिलाकर ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी मांग रही है.
बीजेपी का कहना है कि शिवसेना और उसके बीच चुनाव से पहले ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ और न ही वो किसी हाल में शिवसेना को सीएम पद देगी. इसी बीच शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया.
इस्तीफे के बाद प्रेस कांफ्रेंस करते हुए फडणवीस अपनी सहयोगी पार्टी शिवसेना पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले इस तरह की कोई भी बातचीत शिवेसना के साथ नहीं हुई थी. उन्होंने कहा कि हमने विधानसभा चुनाव साथ-साथ लड़े. लेकिन चुनाव के बाद परिस्थितियां बदल गईं.
फडणवीस ने इसे जनता के फैसला का अपमान बताते हुए कहा कि चुनाव के बाद शिवसेना ने हमसे संपर्क नहीं किया जबकि वह सीधे कांग्रेस और एनसीपी के संग चर्चा करते हुए नजर आए.
फडणवीस ने कहा कि चुनाव संपन्न होने के बाद शिवसेना की तरफ से बीजेपी और बीजेपी के शीर्ष नेताओं के लिए कई बयान दिए गए. जोकि स्वागत योग्य नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने शिवसेना के खिलाफ टिप्पणी नहीं की क्योंकि पार्टी और पार्टी के नेता बाला साहेब ठाकरे का सम्मान करते हैं.
Devendra Fadnavis: Balasaheb Thackeray is respected by all of us, infact we even never said anything against Uddhav ji Thackeray,but in past 5 years and especially last 10 days the kind of statements which were made against our top leadership including Modi ji, were not tolerable pic.twitter.com/llgFqv0yp3
— ANI (@ANI) November 8, 2019