
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अब संकट और गहरा गया है. भाजपा ने रविवार को राज्यपाल से मुलाकात कर कहा कि वह राज्य में अकेले सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं. इसलिए राज्यपाल ने अब दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने का मौका दिया है. अब इस फार्मूले के तहत कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं. सरकार गठन के न्यौता मिलने के बाद शिवसेना नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर सकते हैं.
इस मुलाकात को सरकार गठन के लिए समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल सोमवार को कांग्रेस विधायकों से मिलने के लिए जा सकते हैं. हालांकि एनसीपी और कांग्रेस नेताओं के समर्थन के बाद बिल्कुल साफ है कि दोनों दलों की ही सहमति के बाद ही शिवसेना को समर्थन करने के फैसला दोनों की सहमति के बाद ही होगा.
संजय राउत ने कहा कि हमारे केंद्रीय मंत्री आज अपने पद से इस्तीफा दे देंगे, इसके साथ ही कहा कि राज्य में जो भी हो रहा है, उसकी जिम्मेदार बीजेपी ही है. सरकार ना बना पाने के कारण शिवसेना को दोष देना बेकार है, ये बीजेपी का अहंकार है कि वह विपक्ष में बैठ सकती है लेकिन 50-50 फार्मूले पर राजी नहीं हैं.
शिवसेना नेता संजय राउत ने एक ट्वीट कर कहा कि रास्ते की परवाह करूँगा तो मंजिल बुरा मान जाएगी………!
रास्ते की परवाह करूँगा तो मंजिल बुरा मान जाएगी………!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 11, 2019