महाराष्ट्र सरकार में भाजपा और शिवसेना के बीच 30 साल की दोस्ती टूटने के कगार पर है. तो दूसरी ओर कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के एक साथ आने की खबरों के बीच महाराष्ट्र की राजनीति के समीकरण बदलते हुए नजर आ रहे हैं.

मोदी सरकार में एकलौते मंत्री रहें अरविंद सावंत ने इस्तीफा दिया, तो एकबारगी लगा कि इतनी पुरानी दोस्ती में दरार कैसे आ गई. इसी बीच कांग्रेस नेता संजय निरुपम का बड़ा बयान सामने आया है.

संजय निरुपम ने ट्वीट करके कहा है कि इस बात का कोई मतलब नहीं है कि कौन और किस तरह से सरकार बनाता है. इसके बीच माहाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति पैदा होने से इंकार हीं किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने लिखा कि जल्द चुनाव के लिए तैयार रहें , शायद साल 2020…क्या हम लोग कांग्रेस सहयोगी के तौर पर शिवसेना के साथ चुनाव लड़ेंगे? वहीं दूसरी तरफ शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच बैठकों का दौर जारी है.

गौरतलब है कि दक्षिणी मुंबई से शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने केंद्र की मोदी सरकार में बाहरी उद्योग मंत्रालय पद से इस्तीफा दे दिया है. सावंत ने इस बात की जानकारी सोमवार को ट्वीट कर दी. महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा दिया है.

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here