महाराष्ट्र की राजनीति में सत्ता का संघर्ष इस समय चरम पर है, सोमवार को महाराष्ट्र की राजनीति में काफी रोमांच देखने को मिला.
दिन भर हुई बैठकों के दौर के बाद शिवसेना का सीएम की कुर्सी पर कब्जा करने का सपना तो टूट गया, वहीं अब गेंद एनसीपी के पाले में चली गई है. एनसीपी के पाले में गेंद के आते ही तमाम भापजापईयों के मायूस चेहरे खिल पड़े हैं.
दरअसल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से रविवार को राज्यपाल की ओर से सरकार बनाने के लिए 24 घंटे का वक्त दिया गया था, लेकिन इस अवधि में कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन के लिए चिट्ठी हासिल नहीं कर पाई. इसके बाद राज्यपाल ने सोमवार रात को ही एनसीपी के नेताओं को बुलाया. राज्यपाल ने एनसीपी को भी 24 घंटे का समय दिया है, इस समयाअवधि में एनसीपी को भी जवाब देना होगा.
राज्यपाल से मिलने के बाद एनसीपी के नेता जयंत पाटिल ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि राज्यपाल ने उन्हें तीसरा सबसे बड़ा दल हेने के कारण सरकार बनाने के लिए बुलाया है. उनके मुताबिरक एमसीपी को 24 घंटे का वक्त दिया गया है. एनसीपी के नेताओं के मुताबिक कांग्रेस से बातचीत के बाद जल्द ही राज्यपाल को इस बाबत जानकारी प्रदान करा देंगे.