महाराष्ट्र का सियासी घमासान रूकने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी और शिवसेना के बीच तल्खी बढ़ती चली जा रही है. शिवसेना हर हाल में 50-50 फार्मूले के तहत मुख्यमंत्री पद लेने पर अड़ी हुई है. बीजेपी भी झुकने को तैयार नहीं है. अगर बात नहीं बनी तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन भी लग सकता है. इस बीच बीजेपी शिवसेना और एनसीपी की तरफ से लगातार बयान आ रहे हैं.
भाजपा नेता सुधीर मुंगटीवार ने शुक्रवार को कहा कि यदि सात नवंबर तक सरकार नहीं बनती है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है. उनका यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है जब भाजपा-शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर खींचतान चल रही है.
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत का कहना है कि शिवसेना ने ठान लिया तो बहुमत मिल ही जाएगा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. शिवसेना-भाजपा में चुनाव से पहले जो हुई थी उसी पर भाजपा आगे बढ़े.
महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार चाहिए. महाराष्ट्र के लोगों ने 50-50 फार्मूले के आधार पर सरकार बनाने का जनादेश दिया है. वह शिवसेना का मुख्यमंत्री चाहते हैं. अपने ट्विटर पर राउत ने लिखा, ‘साहिब, मत पालिए, अहंकार को इतना, वक्त के सागर में कईं, सिकन्दर डूब गए.
एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा है कि उनकी पार्टी और सहयोगी दल कांग्रेस विपक्ष में बैठेंगे. पवार ने कहा कि चुनाव के परिणाम से साफ है कि उन्हें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है और वह ऐसा ही करेंगे.
Sanjay Raut, Shiv Sena: If Shiv Sena decides, it’ll get the required numbers to form stable government in the state. People have given mandate to form government on basis of 50-50 formula that was reached in front of people of Maharashtra.They want Chief Minister from Shiv Sena. pic.twitter.com/mFwLu7LbhV
— ANI (@ANI) November 1, 2019