उपचुनाव के बाद पार्टी के बेहद खराब प्रर्दशन के कारण बसपा सुप्रीमों बड़े नेताओं पर लगातार हं’टर चला रही है, इसी कड़ी में मंगलवार को आगरा से पूर्व विधायक सहित कई पदाधिकारियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. आगरा के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार आनंद ने इस बात की पुष्टि की.
बसपा सुप्रीमों के करीबियों में शुमार सुनील कुमार चित्तूर जो कि पार्टी में कई पदों पर रहें, पार्टी को दिशा देने का काम किया. हाल ही में मायावती ने टुंडला से बसपा सुप्रीमों ने उन्हें प्रत्याशी बनाया था. हालांकि टुंडला में उपचुनाव को टाल दिया गया था. इसके बाद चित्तूर को सेक्टर प्रभारी के रुप में नियुक्त किया गया था.
चित्तूर के अलावा पूर्व मंत्री नारायण सिंह सुमन, पूर्व विधायक स्वदेश कुमार और बसपा के पूर्व जिला प्रमुख भारतेंद्रु अरुण, मलखान सिंह व्यास और विक्रम सिंह को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
आगरा के जिलाध्यक्ष ने कहा कि इन पदाधिकारियों को पहले ही चेतावनी दे दी गई थी, इसके बावजूद ये लोग नहीं माने और पार्टी विरोधी गतिविधियों को जारी रखा, जिसके बाद इन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
हालांकि चित्तूर ने कहा कि ये पार्टी के बड़े नेताओं के द्वारा की गई साजिश है, जो पार्टी को लगातार नुकसान पहुंचाने का काम कर रहें हैं. औऱ बीएसपी के जमीनी कार्यकर्ताओं को अपना नि’शाना बना रहे हैं. मैं बसपा प्रमुख से मिलकर ऐसे लोगों के बारे में जानकारी दूंगा.
एक अन्य नेता नारायण सिंह सुमन भी मायावती से मिलना चाहते हैं, ताकि उन्हें इस बारे में सूचित किया जा सके, कहा कि कुछ नेता उनके बारे में गलत जानकारी दे रहे हैं. मैं बीएसपी के एक समर्पित कार्यकर्ता के रुप में काम कर रहा हू, यही कुछ लोगों को पच नहीं रहा है.