कोरोना वायरस के बीच हर किसी की नजर मध्यप्रदेश के सियासी घटनाक्रम पर है. हालांकि आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं इस पर अभी भी सस्पेंस बरक़रार है. राज्यपाल लालजी टंडन ने बजट सत्र के पहले ही दिन बहुमत परीक्षण का निर्देश दिया था. लेकिन रविवार देर रात जब आज की कार्यसूची जारी हुई तो उसमें इसका कोई जिक्र नहीं है.
संविधान और कानून के जानकर इस पर अलग-अलग राय रख रहे हैं. कुछ का कहना है कि संविधान के अनुच्छेद 175(2) के तहत राज्यपाल सन्देश भेज सकते हैं. सदन को इस पर आदर के साथ विचार करना चाहिए. जबकि कुछ का कहना है कि सदन की कार्यवाही में स्पीकर का ही फैसला अंतिम है. कब क्या कार्यवाही होगी ये वे ही तय करेंगे.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार देर रात राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की. वह कल देर रात 12 बजकर 20 मिनट पर राजभवन से बाहर आए और उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें चर्चा के लिए बुलाया था.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने मुझसे विधानसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित करवाने के लिए कहा है. इसलिए मैंने उनसे कहा कि मैं सोमवार सुबह इस बारे में स्पीकर से बात करूंगा. वहीं फ्लोर टेस्ट के राज्यपाल के निर्देश पर उन्होंने कहा कि इस बारे में स्पीकर कोई फैसला लेंगे.