कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली से सटे सिंधु बॉर्डर पर बीते 15 दिनों से डटे हुए हैं और कृषि कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. सरकार इन कानूनों को वापस लेने को तैयार नहीं है और किसानों से धरना समाप्त करने की अपील कर रही है.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से कहा है कि सर्दी का मौसम है और कोरोना का संकट है, किसान बड़े खतरे में पड़े हुए हैं. आंदोलन से जनता को भी परेशानी हो रही है. इसलिए जनता के हित में किसानों में आंदोलन को समाप्त करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कानून बहुत सोच-समझकर बनाए हैं, किसानों के जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिए बनाए हैं. सरकार बात करके उसमें सुधार करने के लिए तैयार है.
कृषि मंत्री ने कहा कि मैं किसान यूनियन के लोगों को कहना चाहता हूं कि उन्हें गतिरोध तोड़ना चाहिए. सरकार ने आगे बढ़कर प्रस्ताव दिया है, सरकार ने उनकी मांगों का समाधान करने के लिए प्रस्ताव भेजा है.
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसी भी कानून में प्रावधान पर आपत्ति होती है, प्रावधान पर ही चर्चा होती है. प्रस्ताव में हमने उनकी आपत्तियों का निराकरण करने की कोशिश की है. उन्हें आंदोलन समाप्त करके वार्ता का रास्ता अपनाना चाहिए.