
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से भाषण देते समय इस बात के संकेत दिए हैं कि लड़कियों की शादी के लिए न्यूनतम आयु में में बढ़ोत्तरी की जा सकती है, देश के 74 वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने भाषण के दौरान कहा कि सरकार ने इसको लेकर एक कमेटी का गठन किया है, कहा कि उनके सुझावों को ध्यान में रखते हुए सरकार जल्द ही फैसला लेगी.
गौरतलब है कि देश में इस समय लड़कियों की शादी की न्यूयतम उम्र 18 साल है जो बढ़ाकर 21 साल की जा सकती है. लाल किले से भाषण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमने बेटियों की शादी के लिए न्यूनतम आयु पर पुनर्विचार करने के लिए एक कमेटी का गठन किया है. कहा की कमेटी की ओर से रिपोर्ट आ जाने के बाद ही इस पर उचित फैसला लिया जा सकता है.
कमेटी की रिपोर्ट आने के लिए सरकार ले सकती है बड़ा फैसला

कमेटी इस दौरान उन प्रयासों को भी परखने का प्रयास करेगी जिसके द्वारा लड़कियों में कुपोषण को कम करने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं. साल 1998 से ही भारत में लड़कियों की शादी की न्यूनतन उम्र 18 साल है. इस साल जून के महीने में इसकी समीक्षा के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था, इसके पीछे का मकसद साफ था कि मृ्त्युदर में कमी लाना था.