
यूपीपीसीएल में कर्मचारी भविष्य निधि घोटाले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए तत्कालीन ऊर्जा मंत्री के इस्तीफे की मांग की है. पूर्व विधायक और कांग्रेस विधानमंडल के नेता प्रदीप माथुर ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा पर ह’मला बोला और उनको इस घोटाले का जिम्मेदार ठहराया.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से श्रीकांत शर्मा के इस्तीफे की मांग की है. पूर्व विधायक ने कहा कि दीवान फाइनेंस लिमिटेड में अखिलेश यादव के जमाने में करार हुआ था, लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद ऊर्जा विभाग ने ऐसा रेजोल्यूशन पारित किया जिसके तहत लगातार तीन सालों से यूपी पावर कर्मचारियों के ईपीएफ को प्राइवेट कंपनी को ट्रांसफर किया जा रहा है.

इस घोटाले का भंड़ा’फोड़ तब हुआ जब 41 करोड़ DHFL कंपनी के पास आया और उन्होंने 1800 करोड़ रुपया लौटा दिया और बाकी पैसों के लिए हाथ खड़े कर दिए. इस दौरान ये भी कहा गया कि कंपनी दिवालिया हो गई है. इसके बाद कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई.
प्रदीप माथुर ने कहा कि इसका सीधा दायित्व ऊर्जा मंत्री का है, उनके हस्ताक्षर के बगैर ये एग्रीमेंट संभव ही नहीं था. वह इस मामले में शत प्रतिशत लिप्त है. सीएम योगी आदित्यनाथ संज्ञान लेकर ऊर्जा मंत्री के इस्तीफे को स्वीकार करना चाहिए.