यूपी के झांसी में हुए पुष्पेंद्र यादव एन’काउंटर मामले में पुलिसिया रवैय्या किस कदर अपना सितम ढ़ा रहा है, इसकी बानगी उस समय देखने को मिली, जब पुष्पेंद्र यादव के बड़े भाई रवींद्र यादव जो कि दिल्ली सीआईएसएफ में तैनात है.  वह जब न्याय लेने के लिए पुलिस के आला अधिकारियों के पास पहुंचते हैं तो आला-अधिकारी कहते हैं कि अगर एक पत्र लिखकर भेज दिया, कि कानून व्यवस्था में बाधा पहुंच रहे हैं तो नौकरी चली जाएगी, घर में बैठ जाएंगे.

न्याय की चौखट पर इस तरह की ध’मकी भरे शब्द बोले जा रहे हैं, तो यूपी की जनता किससे न्याय की आस करेगी. झांसी डीएम ने केस की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए थे.

सपा मुखिया अखिलेश यादव झांसी के करगुआ खुर्द पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने कहा था कि इनकाउंटर के आड़़ में पुलिस के लोगों ने ह’त्या की है. इस दौरान उन्होंने योगी सरकार से मांग की थी कि वह इस मामले को हाईकोर्ट के न्यायाधीस से जांच कराए, जांच में सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.

लगातार योगी सरकार के विरोध-प्रर्द’शन के बाद भी सरकार चेत नहीं रही है. वह तो इसे सही मुठ’भेड़ दिखाने में जुटे हुए हैं. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि पता नहीं क्यों एक एसएचओ को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.

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