
सपा मुखिया अखिलेश यादव और चाचा रामगोपाल यादन इस समय अखबारों की सुर्खियां बने हुए हैं. कारण है कि सपा और प्रसपा के बीच गठबंधन की खबरें लगातार आ रही हैं लेकिन हाल ही में शिवपाल सिंह यादव ने इन खबरों पर विराम लगा दिया लेकिन इस दौरान ही शिवपाल का दर्द भी छलक उठा.
इसके बाद से ही एक बार फिर से लोगों की जुबान पर सपा और प्रसपा के बीच गठबंधन की खबरें हैं. इटावा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव रविवार को एक निजी कार्यक्रम में लायन सफारी पहुंचे. हालांकि इस दौरान उन्होंने सपा और प्रसपा के बीच हो रही सुलह की चर्चाओं पर चुप्पी साधे रहें.

इस दौरान रामगोपाल ने लायन सफारी के बारे में बायनबाजी करने पर एससी आयोग के अध्यक्ष और भाजपा सांसद डां. रामशंकर कठेरिया को अज्ञानी बताया.कहा कि लायन सफारी को पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इटावा में बनाया हया है. पर्यटन से जुड़ने से सीधे तौर पर कई लोगों को रोजगार मिल जाता है. भाजपा सरकार इस मामले में राजनीति कर रही है, सरकार को लायन सफारी को बहुत पहले ही खोल देना चाहिए था.
लान सफारी न खुलने से पर्यटन और राजस्व दोनों का ही नुकसान हो रहा है. सफारी किसी एक की नहीं बल्कि यहां के जनता की है, इस बात को सरकार को भी समझना चाहिए. एससी आयोग के अध्यक्ष डा. रामशंकर कठेरिया ने सफारी के ना खुल पाने की वजह आचार संहिता को लागू होना बताया. रामगोपाल यादव ने कठेरिया को अज्ञानी बताते हुए कहा कि जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं वहां पर आचार संहिता लागू है, इटावा में नहीं.