
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से सांसद आजम खान रामपुर के किला मैदान में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए रो पड़े और वहां पर मौजूद लोगों से पूछा कि आखिर मेरी खता क्या है. सिर्फ इतनी कि तुम्हारे बच्चों के हाथ में कलम दी. इस दौरान लोगों से कहा कि आप लोग मेरी आवाज को ताकत दो.
गौरतलब है कि आजम खान पर कुल 84 मुक’दमें दर्ज हो चुके हैं. और कई मामलों में अभी भी जांच चल रही है. हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आजम खान को इन मामलों में बड़ा राहत देते हुए उनके खिलाफ दर्ज 29 मुक’दमों में रोक लगा दी थी.

आजम खान ने रामपुर में जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना की थी, उनके बेटे भी कई शिक्षण संस्थानों से जुड़े हुए हैं. यूपी पुलिस ने जौहर विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में छा’पा मारा था. गौरतलब है कि यूपी में 21 अक्टूबर को कई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. आजम खान के रामपुर से सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हो गई थी. रामपुर से सपा ने आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा को उम्मीदवार बनाया है.
रामपुर सीट जो कि समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. एक बार फिर गढ़ को बचाने के लिए आजम खान के कंधो पर जिम्मेदारी आ गई है.