‘कर लो दुनिया मुठ्ठी में’ की टैग लाइन के साथ शुरू हुई रिलायंस कम्युनिकेशन के लिए शनिवार का दिन बहुत भारी पड़ गया. एक ही दिन में आरकॉम चेयरमैन अनिल अंबानी सहित चार लोगों ने कंपनी में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे की वजह है कंपनी को हुआ तगड़ा घाटा.

दरअस्ल शुक्रवार को जारी हुए हुए चालू वित्त वर्ष के दूसरी तिमाही के आंकड़ों में कंपनी को 30142 करोड़ का रिकार्ड घाटा हुआ था. वोडाफोन-आइडिया के बाद ये भारत के कार्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घाटा है. वोडाफोन-आइडिया को लगभग 50 हजार करोड़ का घाटा हुआ है.

कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि अनिल अंबानी के अलावा छाया विरानी, रायना कारानी, मंजरी काकेर और सुरेश रंगाचर ने भी इस्तीफा दे दिया है. इनमें से अनिल अंबानी, छाया विरानी और मंजरी काकेर ने 15 नवंबर को इस्तीफा दिया, वहीं रायना कारानी ने 14 नवंबर और सुरेश रंगाचर ने 13 नवंबर को इस्तीफा दिया था.

दरअस्ल देश का प्राइवेट सेक्टर इन दिनों मंदी की जबरदस्त मार झेल रहा है. कई मल्टीनेशनल कंपनियों पर आर्थिक मंदी का असर साफ दिखाई दे रहा है. इसी कड़ी में देश की अग्रणी कंपनियों में शामिल रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) भी इससे अछूती नहीं है.

कर्ज के बोझ से दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को जुलाई-सितंबर की तिमाही में करीब 30,142 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है. उच्चतम न्यायालय द्वारा सांविधिक बकाये पर फैसले के मद्देनजर देनदारियों के लिए प्रावधान की वजह से कंपनी का घाटा इतना ज्यादा पहुंच गया है.

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