कानपुर-उन्नाव सीमा के निकट ट्रांसगंगा हाईटेक सिटी में बीते दो दिनों से किसानों और पुलिस के बीच संघर्ष जारी है. किसानों का आरोप है कि उचित मुआवजा दिए बिना उन्हें उनकी जमीनों से बेदखल किया जा रहा है जबकि प्रशासन का कहना है कि सबको मुआवजा दिया जा चुका है और किसान गलत मांगें उठा रहे हैं.
पहले किसनों द्वारा किए गए पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए इसके जवाब में पुलिस ने किसानों पर जमकर लाठीचार्ज किया. इस मुद्दे पर अब प्रदेश की राजनीति भी गर्मा गई है.
किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर अखिलेश यादव ने फौरन योगी सरकार पर निशा’ना साधा और अपना एक प्रतिनिधि मंडल आज उन्नाव भेजा. उन्नाव पहुंचे सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेंश उत्तम पटेल ने हालात का जाएजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए योगी सरकार को किसान विरोधी करार दे दिया.
उन्होंने कहा कि सरकार खाकी के बल पर जबरन किसानों की जमीन पर कब्जा कर रही है. उन्हें बेरहमी से पीटा जा रहा है. ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का हक नहीं है. सीएम योगी को निशा’ने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि वो केवल किसानों पर लच्छेदार भाषण ही दे पाते हैं.
पिछले ढाई साल में प्रदेश का किसान बदहाली का जीवन जीने पर मजबूर है. गरीब किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं तो सरकार उन्हें लाठी दे रही है. ये सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी है. इस दौरान उन्होंने पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर जज से कराने की मांग की.