कांग्रेस पार्टी में मची रार थमने का नाम नहीं ले रही है. देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. हालत ये हो गई है कि पार्टी के अस्तित्व पर ही खतरा मंडराने लगा है. चुनाव दर चुनाव पार्टी की हालत खराब होती जा रही है.
पार्टी के बड़े नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. मौजूदा समय में कांग्रेस की अंतर्कलह अपने शबाब पर है. दिल्ली सहित अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर कांग्रेस मुश्किल में आ गई है.
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता स्वर्गीय शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित के एक बयान ने कांग्रेस में तूफान ला दिया है. संदीप ने दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको पर बेहद ही गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर चाको उनकी मां को मानसिक रूप से प्रताणित नहीं करते तो शायद आज वो जिंदा होती.
उन्होंने कहा कि मेरी मां की जान मानसिक उत्पीड़न के कारण गई है. इसके लिए पीसी चाको जिम्मेदार हैं. संदीप दीक्षित ने पीसी चाको को एक कानूनी नोटिस भी भेजा है. इस नोटिस में कहा गया है कि चाको ये तो माफी मांगें या तो कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार हो जाएं.
बता दें कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव जल्द होने वाले हैं. वहां कांग्रेस का मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी के अलावा बीजेपी से है.