आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह इन दिनों उत्तर प्रदेश में ज्यादा सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. वो लगातार यूपी से जुड़े मुद्दे उठाकर योगी सरकार को घेर रहे हैं. यूपी में कई मुकदमें दर्ज होने के बावजूद उनके तेवर नरम पड़ते नहीं दिख रहे हैं.
संजय सिंह ने आज प्रेस कांफ्रेंस में योगी द्वारा दिए गए नोटिस को फाड़ दिया और कहा कि मैं उनकी इन धमकियों से डरने वाला नहीं हूं. संजय सिंह ने कहा कि यूपी पुलिस मुझे 27 तारीख को नोटिस जारी कर उसी दिन सुबह 10 बजे हाजिर होने को बोलती है जबकि 31 तारीख को ये नोटिस डाक द्वारा दिल्ली भेजा जाता है जो 3 सितंबर को रिसीव होता है.
उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने कानून को मजाक बनाकर रख दिया है. जो नोटिस 3 सितंबर को रिसीव हो रहा है उसमें 27 अगस्त को हाजिर होने के लिए बोला जा रहा. ये मजाक नहीं तो और क्या है.
संजय सिंह ने कहा कि मैं कानून को मानने वाला देश के सर्वोच्य सदन का सदस्य हूं. मुझे कानून और नियम के तहत जहां भी बुलाया जाएगा मैं वहां पर उपस्थित होकर जांच में सहयोग करूंगा मगर यदि इस तरह से नोटिस भेजकर डराने की कोशिश की गई तो मैं डरने वाला नहीं हूं.
उन्होंने कहा कि नोटिस के साथ यूपी पुलिस ने जो एफआईआर की कॉपी भेजी है उनमें संजय सिंह का नाम तक नहीं है. बता दें कि हाल में संजय सिंह ने योगी सरकार को लेकर एक टेलीफोनिक सर्वे कराया था. इसे लेकर अब वो जांच के दायरे में हैं.