
शिवपाल यादव की विधायक पद को रदद् करने को लेकर सपा द्वारा दी गई याचिका के मामले में सपा ने एक बार फिर से बड़ा दांव खेल दिया है. सपा प्रवक्ता रामगोविंद चौधरी ने कहा शिवपाल सिंह यादव की विधायकी रद्द करने की याचिका को एक ही सूरत में वापस लिया जा सकता है. इस मामले में सपा ने बड़ा कदम उठाते हुए कहा कि अगर शिवपाल सिंह यादव इस शर्त के लिए राजी होते हैं, तो उनके विधायकी रद्द की याचिका को वापस लिया जा सकता है.
दरअसल सपा का इस मामले में कहना है कि शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी को भंग कर सपा में शामिल हो जाएं, इस सूरत में ही उनकी विधायक पद को रद्द करने की याचिका को वापस लिया जा सकता है.
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि शिवपाल यादव अपनी पार्टी को भंग कर सपा में उसका विलय कर दें, इस सूरत में ही उनके खिलाफ दायर की गई याचिका को वापस लिया जा सकता है.
कहा कि जसवंतनगर से शिवपाल सिंह यादव 2017 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे. इसके बाद परिवार में हुई टूट के बाद शिवपाल सिंह ने प्रसपा पार्टी का गठन कर लिया था. वह अपनी पार्टी प्रसपा से फिरोजाबाद से चुनाव लड़े थे, चाचा-भतीजे की लड़ाई में भाजपा प्रत्याशी ने बाजी मार ली थी.