प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव का परिवार के लिए एक बार फिर से दर्द झलक आया. सोमवार को एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे शिवपाल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव का परिवार के लिए एक बार फिर से दर्द झलक आया.

सोमवार को एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश का बगैर नाम लिए कहा कि हमने उन्हें अपना नेता माना, सीएम माना, लेकिन कुछ षड्यंत्रकारी सफल हो गए, इसका खामियाजा समाजवादी पार्टी को उठाना पड़ा. हालांकि शिवपाल यादव ने स्वीकार किया कि अभी भी उनके मन में गुंजाईश है.

शिवपाल ने अखिलेश का नाम लिए बगैर कहा कि हमने उन्हें अपना नेता माना, सीएम माना, लेकिन कुछ षड्यंत्रकारी सफल हो गए, इसका खामियाजा समाजवादी पार्टी को उठाना पड़ा. शिवपाल यादव ने कहा अभी भी उनके मन में गुंजाईश है.

इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर नेता जी के साथ हम, अखिलेश बैठ जाएं तो किसी और की जरुरत नहीं है, सबकुछ ठीक हो जाएगा. उन्होंने सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी कोई हैसियत नहीं हैं.

साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के ठीक पहले यादव परिवार में मचे घमासान के बीच सुलह की कोशिशें नाकाम रही, लेकिन तीन साल बाद इस तरह के अब संकेत मिल रहे हैं कि परिवार में चल रही खाई मिट सकती है.