
आज पूरा देश स्वतंत्रता दिवस के 74वे साल को धूमधाम से मनाया जा रहा है, इसी बीच इटावा के रामलीला मैदान में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पहुंचे, झंडारोहण के पश्चात शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी को लेकर एक बार फिर से बड़ा बयान दिया है जिसके बाद से सियासी गलियारों में एक बार फिर से चर्चा शुरु हो गई है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी समाजवादी लोग एक हो हम त्याग करने के लिए तैयार हैं.
कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो वे साल 2022 के चुनाव में प्रगतिशील पार्टी के मंच से हम लोग जनता के बीच में जाएंगे और दबे कुचले मजदूरों की आवाज को उठाने का काम करेंगे. गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रसपा मुखिया शिवपाल सिंह यादव के बीच लंबे समय से राजनीति में खाई खिंची हुई है.
लेकिन हाल ही में दोनों नेताओं के बीच जो बयानबाजी दिखाई दी है इसको देखकर लगता है कि आने वाले समय में शिवपाल और अखिलेश यादव एक मंच पर ही दिखाई देंगे. यूपी में 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले यादव परिवार और समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बाद अखिलेश और शिवपाल में सुलह की कोशिशों को कई बार रुप दिया लेकिन तमाम कोशिशें नाकाम रहीं. लेकिन अब ये संकेत मिलते हुए दिखाई दे रह हैं कि सालों की तनातनी अब सुलझती हुई नजर आ सकती है.