कभी समाजवादी पार्टी के सिपाही और अखिलेश यादव के बेहद करीबी रहे अमित जानी को शिवपाल सिंह यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी युवजन सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया. अमित जानी ने शिवपाल यादव का आभार प्रकट करते हुए पूरी मेहनत और ईमानदारी से प्रसपा की नीतियों को बढ़ाने का संकल्प लिया है.

अमित जानी का नाम कई बार सुर्खियों में रह चुका है. अक्सर वो कोई न कोई ऐसा काम कर देते हैं जिससे वो चर्चा में आ जाते हैं. विवादों से उनका गहरा नाता रहा है. सबसे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती की मूर्ती तोड़’ने के बाद वो सुर्खियों में आए थे. इसके बाद भी कई ऐसे विवादित काम कर चुके हैं जिससे चर्चा में रहे हैं.

अमित जानी जब समाजवादी पार्टी में थे तो वो अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते थे. मगर धीरे धीरे वो सपा से दूर होते चले गए. नौबत यहां तक आ गई कि अमित ने अखिलेश के खिलाफ ही चुनाव लड़ने का एलान कर दिया मगर बाद में उन्होंने नामांकन ही दाखिल नहीं किया था.

लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने सपा नेताओं से खुद की जा’न का खत’रा बताकर सनसनी फैला दी थी. लोकसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ के खिलाफ एक विवादित पोस्टर लगाने के बाद उनकी गिरफ्तारी हो गई थी मगर हाईकोर्ट के आदेश के बाद उनकी गिरफ्ता’री पर रोक लगा दी गई थी.

ताजमहल को लेकर एक विवादित टिप्पणी करने पर भी उनकी गिरफ्ता’री हो चुकी है. सपा नेता आजम खान से भी वो अपनी जा’न का खत’रा बताकर सुरक्षा की गुहार लगा चुके हैं.

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