हरियाणा का किला आसानी से फतह करने वाली बीजेपी की महाराष्ट्र में मुश्किलें उसकी अपनी ही सहयोगी पार्टी शिवसेना ने बढ़ा दी हैं. शिवसेना बीजेपी को 50-50 फार्मूला याद दिला रही है तो बीजेपी किसी भी हाल में सीएम पद देने को तैयार नहीं है. मामला अभी फंसा हुआ है.
इसी दौरान शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत के एक बयान ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है. राउत ने कहा कि यहां कोई दुष्यंत नहीं है जिसके पिता जे’ल में हों. हम ध’र्म और सत्य की राजनीति करते हैं. शरद पवार जी ने भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया, वो कभी भाजपा के साथ नहीं जाएंगे.
इससे पहले सोमवार को शिवसेना की ओर से कहा गया था कि राजनीति में कोई साधु संत नहीं होता है. संजय राउत ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे ने साफतौर पर कहा है कि हम भाजपा का इंतजार करेंगे, लेकिन हमें अन्य विकल्प पर विचार करने से न रोकें. हम इस पाप को नहीं करना चाहते.
कांग्रेस-एनसीपी से शिवसेना के समर्थन लेने की संभावनाओं पर राउत ने कहा, ‘हम कांग्रेस-एनसीपी का समर्थन लेने की आशंका से मना नहीं कर सकते. राजनीति में कोई भी साधु-संत नहीं होता है. हालांकि शिवसेना अब भी अपने सिद्धांतों में विश्वास करती है.
S Raut on being asked ‘why it’s taking time to form govt despite pre-poll alliance with BJP’: There is no Dushyant here whose father is in jail. Here it’s us who do politics of ‘dharma & satya’,Sharad ji who created an environment against BJP &Congress who will never go with BJP. https://t.co/aHADYgz6wH
— ANI (@ANI) October 29, 2019