
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपीपीसीएल में हुए घोटाले को लेकर सपा मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेस कर योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए.
उन्होंने कहा कि सपा की सरकार में डिफाल्टर कंपनी को एक पैसा भी नहीं दिया गया. यह बात एफआईआर में स्पष्ट है कि पैसा कब दिया गया. इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ड़र के मारे इस जांच को सीबीआई को सौंपा गया है, हमारी मांग है कि इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग बेंच के जज से कराई जाए, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. योगी सरकार ने ड़र के मारे इस जांच को सीबीआई को जल्दी-जल्दी में सौंप दिया है.
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सूबे का कमजोर मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि वह मंत्री को तो हटाना चाहते हैं लेकिन हटा नहीं सकते. वह इतने कमजोर मुख्यमंत्री हैं कि जिन्हें अभी तक हटा देना चाहिए वो अभी भी कुर्सी पर बैठे हुए है. अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि 300 से ज्यादा विधायक मुख्यमंत्री को पसंद नहीं करते, इस आधार पर उन्हें खुद ही सीएम पद की कुर्सी से इस्तीफा दे देना चाहिए.
अखिलेश यहीं पर नहीं रुके , कहा कि आज यूपी में लोग सबसे महंगी बिजली खरीद रहे हैं, और बिजली विभाग में ये सब हो रहा है. सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.