हाल ही में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा ज्वाइन करने वाले रमाकांत यादव के भाई उमाकांत यादव मुश्किलों में घिर गए हैं. उमाकांत यादव के खिलाफ जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उनपर गांधी आश्रम पर अवैध कब्जा करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है.

आजमगढ़ के अम्बारी स्थित जिस गांधी आश्रम पर उमाकांत यादव का कब्जा था उससे उनका कब्जा खत्म कर दिया गया है. प्रशासन ने गांधी आश्रम को अपने कब्जे में लेकर वहां पर अपना ताला लगा दिया है. आश्रम के जिस गेट पर उमाकांत यादव का मकान लिखा हुआ था उसे मिटवाकर दोबारा गांधी आश्रम लिखवा दिया गया है.

इस मामले में अम्बारी गांव के निवासी गांधी आश्रम के इंचार्ज लाल चंद्र यादव की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि सरकारी संपत्ति गांधी आश्रम पर उमाकांत यादव के बेटों ने लगभग एक सप्ताह पहले ताला तोड़कर जबरन कब्जा कर लिया है.

यही नहीं वहां पर लिखे गांधी आश्रम को मिटवा कर उसपर उमाकांत यादव भवन लिख दिया गया. तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने उमाकांत यादव सहित अन्य के खिलाफ जांच शुरू कर दी. इस मामले में डीएम के निर्देश पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए गांधी आश्रम को उमाकांत के कब्जे से मुक्त करवाकर उसपर अपना ताला डाल दिया.

लालचंद्र के मुताबिक साल 1983 में गांधी आश्रम के नाम पर जमीन का पट्टा हुआ था. 1984 में वर्ल्ड बैंक के पैसे से इस जमीन पर भवन का निर्माण कराया गया था. उमाकांत ने 1991 में ये पट्टा अपने नाम करवा लिया था.

मामला अदालत पहुंचा तो वहां से उमाकांत का पट्टा निरस्त कर दिया गया. इसके बाद 27 सितम्बर की शाम को उमाकांत के बेटों ने जबरन ताला तोडकर आश्रम पर कब्जा कर लिया था.

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