पूर्व ग्रह राज्यमंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद बीते कुछ समय से सुर्खियों में छाए हुए हैं. उनपर उनके ही कॉलेज की एक छात्रा ने यौ‘न शोष‘ण का आरोप लगा दिया है. उनके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं. वीडियो सही हैं या नहीं इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है.
चिन्मयानंद की ओर से भी छात्रा व उसके तीन दोस्तों के खिलाफ करोड़ों की रंगदारी की मांग करने का मामला दर्ज कराया गया है. इसी आरोप के आधार पर छात्रा व उसके तीनों दोस्त भी जे‘ल में बंद हैं. पांचों आरोपियों की आवाज का सैंपल लेने के लिए एसआईटी सभी को लेकर लखनऊ की विधि विज्ञान प्रयोगशाला के लिए रवाना हो चुकी है.
वहां पर सभी की आवाज के नमूने लिए जाएंगे बाद में इनका वायरल वीडियो की आवाज से मिलान कराया जाएगा. नमूने लेने के लिए सीजेएम को’र्ट की ओर से अनुमति पत्र चार अक्टूबर को ही जे‘ल प्रशासन को भेज दिया गया था.
बुधवार सुबह 6 बजे एसआईटी छात्रा को लेकर लखनऊ के लिए निकल गई, इसके बाद 9 बजे स्वामी चिन्मयानंद को भेजा गया. तकरीबन 11 बजे छात्रा के तीनों दोस्तों को लेकर एसआईटी की टीम लखनऊ रवाना हुई. एसआईटी का दावा है कि जांच के दौरान सभी ने वीडियो में अपनी मौजूदगी स्वीकारी है.
जांच में वीडियो भी सही पाए गए हैं, उनमें किसी प्रकार की एडिटिंग या टेंपरिंग नहीं की गई है. अब बस सभी की वायस का सेंपल टेस्ट होना जरूरी है ताकि ये साबित हो सके कि वीडियो में सुनाई दे रही आवाज इन्हीं लोगों की है.