यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे पर दो महीने गति सीमा कर दी है. अगर 15 फरवरी तक यहां पर वाहन 75 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक रफ्तार पर दौड़े तो ई-चालान गाड़ी मालिक के पते पर पहुंच जाएगा.
एक्सप्रेस वे के प्रोजेक्ट आपरेशन मैनेजर सैय्यद रफी अहमद रिजवी ने बताया कि अब टोल पर रात में बड़े वाहनों को रोककर उनके चालक और हेल्फर को निःशुल्क चाय पिलाई जा रही है ताकि उन्हें थकावट महसूस ना हो.
बता दें कि सर्दी के मौसम में .यमुना एक्सप्रेस वे पर कम से कम हादसे हो इसके लिए यमुना एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण, व स्थानीय प्रशासन की ओर से काफी प्रयास किए जाते हैं. इसके बाद भी लोग बनाए गए दिशानिर्देशों का अनुसरण करते हुए नहीं दिखाई देते हैं.
गर्मियों में टायर फटने तो वहीं सर्दियों में कोहरा और धुंध के चलने के कारण हादसे होते हैं. लेकिन इस बार यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण की ओर से लोगों की जान माल की सुरक्षा हेतु कड़े कदम उठाए गए हैं.
यमुना आथर्टी की ओर से आदेश जारी कर कहा गया है कि 15 फरवरी तक कोई भी वाहन 75 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से ज्यादा की रफ्तार नहीं चलेगा. यदि कोई भी ऐसे समय में गति सीमा का उल्लंघन करता हुआ दिखाई दिया तो उसका ई चालान उसके घर पर भेज दिया जाएगा.
इस बारे में टोल के आस-पास के प्रशासनिक लोगों को जानकारी मुहैया करा दी गई है. रिजवी ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों को रोक कर रिफलेक्टर स्टीकर लगाए जा रहे हैं वहीं रोड पर भी रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं. कहा कि टोल पर रात में बड़े वाहनों को रोककर उनके चालक और हेल्फर को निःशुल्क चाय पिलाने का काम किया जा रहा है ताकि उन्हें थकान महसूस ना हो.