बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को राजनीति शायद रास नहीं आ रही है. हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी में शामिल हुए थे मगर शनिवार को उन्होंने चौटाला पर आरोप लगाते हुए जजपा छोड़ दी.
शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी छोड़ने का एलान करते हुए तेज बहादुर यादव ने दुष्यंत चौटाला के खिलाफ आंदोलन छेड़ने की बात भी कही. तेजबहादुर ने कहा कि मैं भाजपा के खिलाफ ही जजपा में शामिल हुआ था. चुनाव जीतने के बाद दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी से हाथ मिला लिया है.
उन्होंने कहा कि चौटाला ने जो किया है वो सही नहीं किया, उन्हें बीजेपी से हाथ नहीं मिलाना चाहिए था. तेजबहादुर ने कहा कि मैं भाजपा के खिलाफ था इसीलिए चौटाला की पार्टी में शामिल हुआ. चुनाव के बाद उन्होंने बीजेपी से हाथ मिलाकर ये साबित कर दिया कि वो बीजेपी की बी टीम के रूप में काम कर रहे थे.
तेजबहादुर यादव ने कहा कि अब वो हरियाणा की खाप पंचायतों के साथ मिलकर चौटाला के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे. तेजबहादुर यादव पहली बार तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने बीएसएफ जवानों को मिल रहे खाने को चाराब बताते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
उनकी इस हरकत के बाद उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में सेना से बाहर कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी के सामने पर्चा भरने का एलान कर दिया. पहले उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था मगर बाद में सपा ने उन्हें टिकट देने का एलान कर दिया.
हालांकि उनका ये सपना पूरा नहीं हुआ क्योंकि चुनाव आयोग ने उनका नामांकन निरस्त कर दिया. हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन्होंने एक बार फिर किस्मत आजमाते हुए जजपा ज्वाइन की और सीएम मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर आए. हालांकि वो चुनाव हार गए.