इन दिनों देश के तमाम राज्यों में राजनीतिक हलचल चल रही है. उत्तर प्रदेश हो या मध्यप्रदेश, पंजाब हो या राजस्थान या फिर महाराष्ट्र. हर जगह से कुछ न कुछ बड़ी राजनीतिक खबरें सामने आ रही हैं. किस राज्य में कब उलटफेर हो जाए ये कहना बहुत मुश्किल है.
बिहार की सियासी तापमान आज उस समय बढ़ गया जब लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हम मुखिया जीतनराम मांझी से मिलने पहुंच गए. दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में तकरीबन आधे घंटे तक बातचीत चली. इस मुलाकात के दौरान सभी को कमरे से बाहर कर दिया गया.
बंद कमरे में मुलाकात के दौरान तेजप्रताप यादव ने अपने फोन से मांझी और लालू यादव की बातचीत भी कराई. मांझी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि मैने लालू प्रसाद यादव को उनके जन्मदिन की बधाई दी और दीर्घायु रहने की कामना की.
इस मुलाकात के बाद ये अटकलें तेज हो गई कि क्या बिहार में कोई बड़ा उलटफेर होने वाला है. तेजप्रताप यादव ने इस मुलाकात को लेकर कहा कि मांझी मेरे अंकल हैं और मैं हमेशा इनसे मिलने आता हूं, आज यहां से गुजर रहा था तो सोचा मिलता चलूं. इस मुलाकात का कोई राजनीति मतलब नहीं है.
जीतनराम मांझी ने कहा कि ये मुलाकात पारिवारिक मुलाकात है, इसका कोई राजनैतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. मांझी ने कहा कि तेजप्रताप ने एक गैर राजनीतिक संगठन बनाकर उससे जुड़ने का ऑफर रखा तो मैने कहा कि अगर ऐसा होता है तो मैं साथ आने को तैयार हूं.