झांसी के करगुआ खुर्द में तथा’कथित फ’र्जी एन’काउंटर केस में पुष्पेंद्र यादव को न्याय दिलाने के लिए लोगों का सड़को पर हुजूम देखने को मिला. झांसी से लेकर यूपी के सभी प्रमुख जिलों में लोगों ने न्याय की गुहार लगाई गई. लेकिन यूपी सरकार और प्रशासन इस कदम को सही ठहराते रहें.

हरियाणा के करनाल से मुख्यमंत्री मनोहल लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़े रहें तेजबहादुर यादव ने भी झांसी के करगुआ खुर्द पहुंचकर पीड़ित परिवारीजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने रणनीति बनाई कि जब पुष्पेंद्र यादव को न्याय नहीं मिल जाता है तब तो वह धरना प्रर्दशन करेंगे.

इसी क्रम में उन्होंने तहसील मोंठ पर धरना प्रर्दशन शुरु कर दिया लेकिन उसी रात लगभग 2 बजे पुलिस ने उनको और उनके साथियों को शांतिभंग के आरोप में चालान कर जे’ल भेज दिया. 11 अक्टूबर की सुबह को तेजबहादुर यादव और उनके साथियों को जे’ल से रिहा कर दिया.

तेजबहादुर यादव ने जेल से आते ही फिर एलान कर दिया कि जब तक पुष्पेंद्र को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वह शांति से नहीं बैठने वाले हैं. झांसी के करगुआ खुर्द पहुंचकर उन्होंने रणनीति बनाई, इसी के साथ प्रशासन को अल्टीमेटम दिया कि 48 घंटे के भीतर आरोपी पर ह’त्या का मुकदमा दर्ज किया जाए, अगर सरकार इस कदम को नहीं उठाती है तो वह आंदो’लन करने के लिए विवश होंगे.

इस मौके पर यदुवंशी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजेंदर यादव, धनश्याम यादव, पीड़ित का भाई रवींद्र यादव व सैकड़ों लोग मौजूद रहें.

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