जैसे-जैसे वक्त बदल रहा है किसानों के खेती करने का तरीक़ा भी बदल रहा है. किसान परंपरागत खेती से अलग हटकर विभिन्न तरह की फसलें पैदा कर रहे हैं. ताकि आमदनी को बढ़ाया जा सके. सरकार भी इस तरह की खेती के लिए बढ़ावा दे रही है. अगर आप कुछ अलग हटकर प्लानिंग के साथ करते हैं तो कमाई में कई गुना इज़ाफ़ा मिल सकता है.

काली हल्दी की खेती से किसान अच्छा मुनाफ़ा कमा रहे हैं. मार्केट में अलग-अलग वैराइटी के हिसाब से काली हल्दी का रेट 500 से लेकर 5 हज़ार रुपए किलो तक है. काली हल्दी का सेवन सेहत के लिए फ़ायदेमंद होता है.

काली हल्दी की खेती

काली हल्दी की खेती के लिए भुरभुरी दोमट मिट्टी बेहतर रहती है. इस बात का ख़याल रखना बेहद ज़रूरी है, जहां काली हल्दी उगाई जाए, वहाँ जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो. जिससे खेत में बारिश का पानी ना रुक पाए. पानी रुकने से फसल बर्बाद हो सकती है.

पैदावार की बात कारें तो एक हेक्टेयर में क़रीब 2 क्विंटल काली हल्दी उगायी जा सकती है. यानि एक एकड़ में काली हल्दी की पैदावार 12 से 15 क्विंटल तक की जा सकती है.

क्या हैं काली हल्दी के फ़ायदे 

काली हल्दी का सेवन खांसी, बुख़ार, निमोनिया, कैंसर और अस्थमा जैसी बीमारियों की दावा बनाने में किया जाता है है. कॉस्मेटिक आइटम तैयार करने में भी इसका उपयोग होता है.

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