उत्तर प्रदेश के चर्चित उन्नाव दुष्कर्म मामले की पीड़िता और उसके परिवार को दिल्ली में कोई अपना घर किराए पर नहीं दे रहा है. पीड़िता के वकील धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा ने ये जानकारी जज धर्मेश शर्मा को दी. उन्होंने बताया कि पीड़िता और परिवार के लिए कुछ घर देखे थे, पर जब मकान मालिक को पीड़िता के बारे में बताया गया तो उन्होंने घर किराए पर देने से इनकार कर दिया.
ऐसे में अदालत ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष को इस मामले में पीड़िता की मदद के लिए चुना. अदालत ने कहा है कि महिला आयोग एक टीम बनाकर पीड़िता और उसके परिवार को रहने के लिए उचित जगह की व्यवस्था करे.
उन्नाव विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लड़की और परिवार कई केस लड़ रहे हैं. उन्हें अब उत्तर प्रदेश वापस आने में डर लग रहा है. ऐसे में उन्होंने जज से दिल्ली में ही रहने की इच्छा जताई थी.
अदालत ने आयोग से शिकायतकर्ता के भाई-बहनों के पुनर्वास पर भी विचार करने के लिए कहा है, जिससे वह अपनी आगे की पढाई जारी रख सकें, या अपने पसंद के स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम में हिस्सा ले सकें. अदालत ने इसमें खर्चे की जानकारी देने के लिए भी कहा है, जिससे वह इसकी भरपाई उत्तर प्रदेश सरकार से करा सकें.